Operation Sindoor: पाकिस्तानी सेना ने बुधवार (7 मई 2025) को जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास स्थित गांवों को निशाना बनाकर भारी गोलाबारी की, जिसमें चार बच्चों सहित 15 लोगों की मौत हुई. भारत की ओर से पाकिस्तान और पीओके में किए गए एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना ने पूंछ और तंगधार क्षेत्रों में स्थानीय लोगों पर गोलीबारी शुरू की.
पाकिस्तान की अंधाधुंध गोलाबारी से सीमावर्ती निवासियों में दहशत फैल गई और उन्हें भूमिगत बंकरों में शरण लेने या अपने गांवों के भीतर या बाहर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
‘हमारे लिए नहीं है कोई जगह’
पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में घायल स्थानीय नागरिक बदरुद्दीन ने कहा, “पाकिस्तान ने रात करीब 2:30 बजे भारी गोलाबारी शुरू कर दी, जिस वजह से हमें भागना पड़ा. हमारे चार घर जला दिए गए. मैं और मेरा बेटा दोनों घायल हो गए. मेरा परिवार जीएमसी में है. हमारे लिए कोई जगह नहीं है. हम शांति चाहते हैं. शांति होनी चाहिए.”
घरों को पहुंचा काफी नुकसान
पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में लोगों के घरों को काफी नुकसान पहुंचा है. लोगों के घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए और दीवारों में दरारें आ गईं. जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बॉर्डर वाले इलाकों की घटना के मद्देनजर अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की. शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने पाकिस्तानी सेना की ओर से सीमा पार से की गई गोलीबारी के दौरान पुंछ में एक गुरुद्वारे पर किए गए हमले की कड़ी निंदा की.
गुरुद्वारे पर किए गए गोलीबारी में तीन सिखों की मौत हो गई. सुखबीर सिंह बादल ने एक्स पर कहा, ‘‘पुंछ में पवित्र गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा साहिब पर पाकिस्तानी सेना की ओर से किए गए अमानवीय हमले की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें भाई अमरीक सिंह जी (रागी सिंह), भाई अमरजीत सिंह और भाई रणजीत सिंह सहित तीन निर्दोष सिखों की जान चली गई.
भारतीय सेना ने दिया जवाब
भारतीय सेना ने सीमा पार से हो रही गोलीबारी का तुरंत जवाब दिया, जिससे कुपवाड़ा, रोजौरी-पुंछ सेक्टर में कई पाकिस्तानी सेना की चौकियों को काफी नुकसान पहुंचा. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से नागरिकों को निकालने का आदेश दिया है. वे सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फोन पर लगातार संपर्क में हैं.